भूपेन्दर् की नही तमन्ना कफन. का रंग हो सफेद
सलवार ङाल देना चाहे तो एक आध ।
उसमे भी एक शर्त है ---- गर हो सके कबूल
सलवार वो हो जो धोई ना हो पहनने के बाद ।।
क्यों रोता है लाम्बा तू अपनी किस्मत पे ।
अरे मैं तो पेटीकोट था तू मेरी हालत देख ।।
भूपेन्दऱ सिहॅं लाम्बा
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