There will be original work of the Lamba. Shayaree ,Gaane and Raganee and much more on current topics
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Monday 24 October 2016
Lamba kee Shayaree।लाम्बा की शायरी
दिल तो करता है, मै तुझ से दुश्मनी ही ठान लु। ना ही तुझे जीने दु ओर नाही ही तेरी जान लु॥ दुश्मनी ओर दोस्ती मकसद तक ही रहती है। इश्क ओर दिवानगी एक मकसद तक ही रहती है॥ युं तो लोग कहा करते है ,सभी चीज को आर पार जिन्दगी भी आदमी की एक मकसद तक ही रहती है॥
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