There will be original work of the Lamba. Shayaree ,Gaane and Raganee and much more on current topics
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Sunday 23 October 2016
Lamba kee Shayaree लाम्बा की शायरी
किसने कहा इश्क आग़ बुझाने के लिए होता है। किसने कहा दर्द दिखाने के लिए होता है ॥ यूं तो लोग मिटा लेते है खुद अपनी तकदीर को । किस ने कहा दुश्मन मिटाने के लिए होता है ॥ भूपेन्दर सिहँ लाम्बा
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