There will be original work of the Lamba. Shayaree ,Gaane and Raganee and much more on current topics
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Saturday 29 October 2016
Friday 28 October 2016
Tuesday 25 October 2016
Monday 24 October 2016
लाम्बा की शायरी
इश्क करते है ही लाम्बा बे-जरीन लोग्। गालिब कहता है, मुझ को निक्कमा कर दिया॥ तेरी आरजु तेरी जुस्तजू मुझे कब नही थी ये बता। तुझे इसका जो मलाल था, वो गलत था, वो गलत था॥ हमने तो लाम्बा, कभी किसी पर वार नही किया। जिसने मरना होता है वो खुद चल कर आजाते है॥ जिसने मरना होता है वो कदमो मे झुक जाते है सब की भूख मिटाना ये अल्लाह की तजवीज है॥ तेरी जवानी खूब है, पर थोडे दिन रहेगी। तुझ को गुडिया कहने वाले, बुढिया भी कहगें॥
Sunday 23 October 2016
Lamba kee Shayaree.लाम्बा की शायरी
मजा जब तक ही आता है जब तक मजा नहीं आता । जब मजा आजाता है तो फ़िर मजा नही आता ॥ वो कितनी संग दिल है ये मुझको जब पता चला वो मुहं फ़ेर कर रोई, जब मै मथुरा से चला आंख मिला कर रोती तो मै कर देता मुत्विल ओर खुद से पुछता कि लाम्बा अब किधर चला बडा मजा आता है लाम्बा कभी कभी तो चुप रहने मे बड मजा आता है लाम्बा कभी तो छुप रहने मे बडा मजा आता है लाम्बा कभी कभी तो गम सहने मे बडा मजा आता है लाम्बा कभी कभी तो गम कहने मे
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